गोचर । बदरीनाथ हाईवे पर कमेड़ा में प्रशासनिक आदेश के बाद भी हाईवे को न खोलने पर जिला प्रशासन की ओर से गौचर के पटवारी नीरज पुरोहित की तहरीर पर एनएचआईडीसीएल के नंदप्रयाग कैंप कायार्लय के अधिकारियों के खिलाफ कर्णप्रयाग थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। कर्णप्रयाग के थानाध्यक्ष डीएस रावत ने कहा कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है।
कमेड़ा में शुक्रवार रात लगभग 10 बजे हाईवे बाधित हो गया था। इस दौरान सैकड़ों वाहनों में सेना की दो एंबुलेंस, दो अन्य आपातकालीन वाहन और कुछ निजी वाहनों में कई मरीज जाम में फंसे रहे। लोगों ने बताया कि रात में ही सूचना देने के बावजूद प्रशासन ने मलबा हटाने के लिए मशीन नहीं भेजी। पुलिस को तहरीर में बताया गया है कि एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों की लापरवाही के कारण सैकड़ों वाहन मौके पर फंसे रहे। कमेड़ा में अक्सर मलबा आने की स्थिति में एसडीएम कर्णप्रयाग द्वारा एनएचआईडीसीएल को कमेड़ा में पोकलैंड मशीन रखने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन अधइकािरयों ने आदेश का पालन नहीं किया। तहरीर में एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों पर अपने कर्तव्यों का पालन न करने और प्रशासनिक अधिकारियों के आदेशों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया गया है।
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जेसीबी मशीन में कुछ खराबी आ गई थी। मशीन ठीक करने के बाद भेज दी गई थी। मलबा व बोल्डर इतना ज्यादा था कि हटाने में चार घंटे लग गए। कमेड़ा में पहाड़ी का ट्रीटमेंट करने को प्रस्ताव गया है। उम्मीद है कि जल्द वहां पर पहाड़ी का ट्रीटमेंट कर हाईवे को चौकस कर दिया जाएगा। बरसात में केमड़ा में पर हर समय के लिए मशीन तैनात की जा रही है।
सुशील वर्मा
डीजीएम एनएचआईडीसीएल।