38वें राष्ट्रीय खेलों में आकर्षण का मुख्य केंद्र रहे शुभंकर मौली का राष्ट्रीय खेलों के समापन के उपरांत मुख्यमंत्री के शासकीय आवास पर आगमन हुआ।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा की राष्ट्रीय खेलों के शुभंकर के रूप में मौली का चयन एक गहरे प्रतीकात्मक महत्व का द्योतक है। मौली का स्वरूप हमारे प्रदेश के राज्य पक्षी मोनाल से लिया गया है, जो हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है और इसके पंखों का रंग नीला, हरा, बैंगनी, लाल और भूरा न केवल प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक है बल्कि विविधता में एकता का भी संदेश देता है। इन रंगों के माध्यम से यह दिखाया गया कि विविधता में सामंजस्य और एकता ही हमारे समाज की ताकत है।
खेलों के माध्यम से उत्तराखण्ड ने यह दिखाया कि चाहे आप किसी भी राज्य, भाषा या संस्कृति से संबंध रखते हों, आप सभी एक समान हैं। यह संदेश देशभर के खिलाड़ियों और प्रतिनिधियों के दिलों में अंकित हुआ कि उत्तराखण्ड ने न केवल खेलों को प्रोत्साहित किया बल्कि राष्ट्रीय एकता और समानता तथा पर्यावरण संरक्षण का महत्व भी बताया।