उत्तराखंड , विकासनगर
हर वर्ष की भांति जौनसार में शुरू हुआ पांच दिवसीय उत्सव
विकासनगर जौनसार बावर में बूढी दीपावली की शुरुआत बुधवार से हो गई। पहले दिन भिमल की लकड़ी से बनाई गई मशाल जिसे स्थानीय भाषा में होला कहा जाता है, जलाकर त्योहार का आगाज किया गया ।
बुंढी दिवाली त्यौहार को बावर जौनसार क्षेत्र के लोग बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। पूरा जौनसार दीपावली के जश्न में डूबा हुआ है। पांच दिवसीय दीपावली के दूसरे दिन होलियात के अवसर पर होले जलाए गए व बिरुडी के अखरोट बिखरे गए। दीपावली के त्योहार पर ग्रामीणों ने गांव के पंचायती आंगनो में व देवता के मंदिर में जमकर जौनसारी हारूल नृत्य व लोकगीतों पर जमकर झूमे। इस पर्व की खास बात यह है कि पर्व के दौरान विशेष व्यंजन के रूप में धान को भिगोकर वह उसे तलकर तैयार किया। चिवड़ा प्रसाद के रूप में देवताओं को समर्पित करने के साथ गांव में वितरित किया। होला जलाने की रस्म के बाद गांव के पंचायती आंगन में इष्ट देवताओं की पूजा की जाती है। रात भर पंचायती आंगन में हारूल नृत्य पर लोकगीतों पर ग्रामीण छिड़कते हुए अपनी खुशियां साझा किया।