अयोध्या,नगर में वाहनों का प्रवेश शनिवार की शाम से प्रतिबंधित कर दिया गया है। आवागमन प्रतिबंधित करने के लिए नगर की सीमाओं सहित अंदर के क्षेत्र में बैरियर लगा दिए गए हैं। अब मार्ग पर केवल पुलिस और पत्रकार को चलने की अनुमति होगी। होटल और धर्मशाला में बाहरी व्यक्तियों के रुकने पर पाबंदी लगा दी गई है। खुफिया एजेंसियों के लोग संदिग्ध की तलाश में जुट गए हैं। आयोजन में आमंत्रित व्यक्तियों को प्रवेश की अनुमति होगी।
जिले की सीमाएं सील कर दी गई है। मौजूदा समय में केवल सुरक्षा कर्मी, ट्रस्ट की ओर आमंत्रित अतिथि और मीडिया जगत से जुड़े लोग होटल में रह रहे हैं। जिले में बाहरी वाहनों और लोगों का प्रवेश रोक दिया गया है। सिर्फ पासधारक ही अयोध्या की सीमा में प्रवेश कर सकेंगे।
सोमवार के बाद प्रभुरामला का दर्शन करने के लिए बेकरार रामभक्तों के लिए दर्शन का इंतजार दो दिन बढ़ सकता है। हालांकि आधिकारिक तौर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने इसकी पुष्टि नहीं की है लेकिन 22 तारीख के कार्यक्रम को लेकर आठ हजार मेहमानों की व्यवस्था आदि के लिए परकोटा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर इंतजाम किए गए हैं। इन्हें हटाने और सुरक्षा आदि की व्यवस्था के लिए सुरक्षा एजेंसियों को थोड़ा वक्त लगेगा। सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक संसाधनों की तैनाती की गई। सरयू नदी में कई स्टीमर पर जल पुलिस की तैनाती कर गई है।
सरयू नदी में सुरक्षाकर्मी के लिए जल पुलिस के कर्मचारी तैनात हैं। साथ की ड्रोन कैमरों के जरिए भी नजर रखी जा रही है नगर में चार पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। सिर्फ पास वाले वाहनों को अयोध्या में प्रवेश दिया गया। पूरे क्षेत्र में आरएएफ, एसएसबी, सीआईएसएफ समेत अन्य पैरामिलिट्री फोर्स के जवान निगरानी में लगे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। एसपीजी और एनएसजी के अधिकारियों ने रामजन्मभूमि परिसर सहित अन्य कई महत्वपूर्ण स्थानों पर एजेंसी के लोगों की तैनाती कर दी है। यातायात विभाग पूरी अयोध्या को नौ जोन में विभाजित कर व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाया है। वाहन पार्किंग के लिए जगह-जगह स्थल बनाये गए हैं। पांच कंपनी एटीएस के कमांडो सभी संवेदनशील स्थानों पर हैं।