*हर हर महादेव*
प्रेस विज्ञप्ति
8 मार्च 2024
*धर्म संसद के आयोजन के ल
शंकराचार्य जयंती पर शिवशक्ति धाम डासना में आयोजित होगी धर्म संसद
विश्व के सबसे बड़े इस्लामिक वैचारिक विश्वविद्यालय दारुल उलूम की मजलिस ए शूरा द्वारा गज़वा ए हिन्द को वैध ठहराने पर हिन्दू धर्मगुरुओं और हिन्दू विचारकों के मौन से आहत होकर शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने इस विषय पर धर्म संसद आयोजित करने का निर्णय लिया है।धर्म संसद के आयोजन के लिये महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर श्रीदुधेश्वरनाथ महादेव व श्रीमहंत नारायण गिरी जी महाराज का आशीर्वाद लेने के लिये महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी अपने शिष्यों और साथियो के साथ श्रीदुधेश्वरनाथ मठ पहुँचे जहाँ उन्होंने गज़वा ए हिन्द को लेकर श्रीमहंत नारायण गिरी जी ने लम्बी वार्ता की।श्रीमहंत नारायण गिरी जी महाराज ने महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के मनोरथों की पूर्ति के लिये विशेष पूरा अर्चना करवाई।महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने देवाधिदेव भगवान महादेव शिव व जगद्जननी माँ जगदम्बा से सनातन धर्म की रक्षा और गज़वा ए हिन्द पर विश्वास करने वाली विचारधारा के समूल विनाश की प्रार्थना की।
श्रीमहंत नारायण गिरी जी महाराज को दारुल उलूम देवबंद की मजलिश ए शूरा द्वारा इस्लामिक दृष्टि से सही ठहराने के बाद सम्पूर्ण भारत के सभी गैर मुस्लिम नागरिकों के लिये उत्पन्न खतरे के विषय मे जानकारी देते हुए महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी ने उनसे इस वर्ष 11 व 12 मई 2024 को शंकराचार्य जयंती के अवसर पर शिवशक्ति धाम डासना में धर्म संसद आयोजित करने की अनुमति मांगी और उनसे इस महान आयोजन में सभी सनातन धर्म के धर्मगुरुओं को आमंत्रित करने का निवेदन किया। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी के साथ डॉ उदिता त्यागी,यति रामस्वरूपानंद जी,यति यतींद्रानंद जी,यति रणसिंहानन्द जी,अनमोल शिंदे तथा अन्य साथी भी थे।
श्रीमहंत नारायण गिरी जी महाराज ने अपने सम्पूर्ण अंतर्मन से उन्हें आशीर्वाद देते हुए हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया।
धर्म संसद के विषय मे बताते हुए महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि हिन्दुओ का वर्तमान स्थिति को लेकर अज्ञान और उस अज्ञान का अहंकार सनातन धर्म को खा जाएगा।आज हिन्दू जिसे धर्म समझ रहा है वो वास्तव में धर्म का एक छोटा सा भाग है।सम्पूर्ण सनातन धर्म बहुत ज्यादा विराट और गहन है।आज हमें श्रीराम, श्रीकृष्ण और श्रीपरशुरामजी के आदर्श को समझना पड़ेगा।तभी सनातन धर्म और हिन्दुओ के बचना का कोई मार्ग निकलेगा वरना सनातन के शत्रुओं ने तो गज़वा ए हिन्द की संकल्पना को स्वीकार करके सम्पूर्ण मानवता को विनष्ट करने का अपना संकल्प घोषित कर ही दिया है।