कोटद्वार। लैंसडौन वन प्रभाग के अंतर्गत कोटद्वार रेंज की गुलरझाला बीट में पिछले कुछ दिन से जंगल धूं-धूं कर जल कर रहे हैं। इससे जहां कई हेक्टियर वन भूमि जलकर राख हो गयी है वहीं लाखों-करोड़ों की बेशकीमती वन संपदा भी आग की भेंट चढ़ रही है। हालांकि, वन महकमे की तीन टीम इस भीषण आग पर काबू पाने के प्रयास कर रही है और काफी हद तक आग बुझाई भी जा चुकी है।
पिछले कुछ दिनों से जंगलों में आग लगने की घटनाएं अचानक बढ़ गयी हैं। जिससे आमजन को घुटन सी महसूस हो रही है। जंगल की आग से जहां तापमान में बढ़ोतरी हो गई है। वहीं, वन्य जीव- जंतुओं को भी खतरा मंडराने लगा है।
प्रति वर्ष वन विभाग वनाग्नि की रोक थाम के लिए तमाम दावे करता है लेकिन कोटद्वार रेंज की गुलरझाला बीट के रिजर्व फारेस्ट में लगी आग ने वन विभाग के तमाम दावों की पोल खोल कर रख दी है। बता दें कि जिस जगह जंगल में आग लगी है वहां से कुछ दूरी पर आबादी वाला क्षेत्र है। अगर समय रहते आग पर पूरी तरह से कंट्रोल नहीं किया गया तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है।
इस मामले में डीएफओ नवीन चंद्र पंत का कहना है कि कोटद्वार रेंज की गुलरझाला बीट में वनाग्नि की बड़ी घटना हुई है। घटना के बाद से ही वन कर्मी लगातार आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं।