भारत-चीन सीमा क्षेत्र की विषम परिस्थितियों में जहां निर्माण कार्य आसान नहीं, वहां बीआरओ (बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन) विषम परिस्थितियों में विकास की इबारत लिख रहा है। सीमा क्षेत्र में अब तक तीन पुलों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया हैं। इनमें से एक पुल का लोकार्पण होना है।
तीन अन्य निर्माणाधीन हैं, जिससे अग्रिम चौकियों तक सेना की पहुंच आसान हो जाएगी। वर्ष 1962 के भारत-चीन युद्ध की गवाह नेलांग-जादूंग घाटी क्षेत्र में केंद्र सरकार सड़क सुधार और पुल निर्माण पर विशेष ध्यान दे रही है। यही वजह है कि यहां अब सीमा क्षेत्र में अग्रिम चौकियों तक पक्की और अच्छी सड़कें बनाई जा रही हैं।