प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने वातावरण में मौजूद धूल समेत अन्य कणों के मद्देनजर पहली बार ड्रोन से पानी का छिड़काव किया है। यह छिड़काव कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में एक- एक जगह पर किया गया है। पीसीबी का दावा है कि इस तरह का प्रयास राज्य में पहली बार हुआ है।
राज्य में पीसीबी देहरादून, ऋषिकेश, काशीपुर, टिहरी, रुद्रपुर, हल्द्वानी और नैनीताल में दिवाली के मद्देनजर 24 अक्तूबर से हवा और ध्वनि की गुणवत्ता की निगरानी कर रहा है। इसके अलावा हवा की गुणवत्ता को और बेहतर करने के लिए देहरादून और काशीपुर में ड्रोन की मदद से पानी का छिड़काव किया गया।
एक्यूआई सुधार से हवा में प्रदूषकों की मात्रा घटती है, जिससे श्वसन तंत्र और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है। कम प्रदूषण का सीधा असर जीवन प्रत्याशा पर होता है, क्योंकि यह लोगों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। साफ हवा के कारण लोग लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। स्वच्छ हवा से पेड़-पौधे, जल स्रोत और मिट्टी भी कम प्रदूषित होते हैं। इससे पारिस्थितिक संतुलन बना रहता है।