दिसंबर के पहले सप्ताह में भले ही उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में हुई बर्फबारी से ठंड में इजाफा हुआ था, लेकिन बीते दिनों से दिन में खिल रही चटक धूप का असर अब रात को भी दिखने को मिल रहा है। इससे न्यूनतम और अधिकतम तापमान में वृद्धि हो रही है।
बीते सप्ताह भर से प्रदेश में मौसम साफ होने से दिन का न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन-चार डिग्री अधिक दर्ज किया जा रहा था। लेकिन बुधवार को रात का न्यूनतम तापमान भी 7.5 डिग्री रहा। यह अब तक का सबसे अधिक न्यूनतम तापमान है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार बीते दस सालों में दिसंबर में न्यूनतम तापमान साल 2017 में 16 दिसंबर को 5.8 रिकॉर्ड किया गया था। जबकि 18 दिसंबर को 7.5 डिग्री रहा।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मौसम के बदले पैटर्न के चलते तापमान में यह असर देखने को मिल रहा है। वहीं, केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार 22 दिसंबर तक प्रदेश भर में मौसम साफ रहेगा। फिलहाल ठंडी हवाएं बीच-बीच में ठंड का एहसास कराएंगी, लेकिन न्यूनतम तापमान में गिरावट बारिश के बाद ही संभव होगी।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मौसम के बदले पैटर्न के चलते तापमान में यह असर देखने को मिल रहा है। वहीं, केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार 22 दिसंबर तक प्रदेश भर में मौसम साफ रहेगा। फिलहाल ठंडी हवाएं बीच-बीच में ठंड का एहसास कराएंगी, लेकिन न्यूनतम तापमान में गिरावट बारिश के बाद ही संभव होगी।