देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निकाय चुनाव में उचित प्रतिनिधित्व न देने को लेकर वैश्य समाज द्वारा जताई जा रही चिंताओं को स्वीकार करते हुए कहा है कि भाजपा दून मेयर सीट पर वैश्य समाज का प्रतिनिधित्व नहीं दे पाए लेकर संगठन वैश्य समाज की चिंताओं को समझता है। संगठन ने देशकाल परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए ही निर्णय लिया है। समाज की नाराजगी परिवार की ही नाराजगी है और इसे परिवार के बीच ही सुलझा लिया जाएगा।
रविवार को जीएमएस रोड स्थित होटल सन पार्क इन में वैश्य समाज की ओर से आयोजित कार्यक्रम एक शाम मुख्यमंत्री के नाम में प्रबुद्ध वैश्य समाज के लोगों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्य समाज से निकाय चुनाव में भाजपा को पूर्ण समर्थन देने की अपील करते हुए कहा भले ही दून में मेयर सीट पर वैश्य समाज को प्रतिनिधित्व नहीं दे पाए लेकिन रुड़की में इसकी भरपाई की गई है। अपने समाज के प्रतिनिधित्व की बात करना गलत नहीं है। लेकिन कई बार राजनैतिक रुप से समीकरण बनाने होते हैं। भाजपा संगठन ने देशकाल स्थिति के मद्देनजर ही निर्णय लिया है। वैश्य समाज की नाराजगी समझी जा सकती है। लेकिन ये परिवार के ही बीच की बात है। जिसमे परिवार में ही सुलझा लिया जाएगा। ट्रिपल इंजन की सरकार के लिए भाजपा को वैश्य समाज की भी जरूरत है। भाजपा और वैश्य समाज का रिश्ता भावनात्मक और वैचारिक है। यह फेविकोल से भी अधिक मजबूत जोड़ है। यह समय रुकने का नहीं है। चुनाव के लिए अब काफी कम समय बचा है। इसलिए सभी लोग मेयर प्रत्याशी और सभी 100 वार्ड के भाजपा प्रत्याशियों को जिताने के लिए कमर कस लें। मौके पर भाजपा नेता और वैश्य समाज के प्रतिनिधि कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, गणेश जोशी, पुनीत मित्तल, अनिल गोयल, विनय गोयल, सुरेन्द्र मित्तल, सिद्धार्थ अग्रवाल, जोगेन्दर पुंडीर, श्याम अग्रवाल, विपिन नांगलिया, राजेन्द्र ढिल्लों आदि मौजूद रहे।
सीएम ने कहा कि पार्टी के मेयर प्रत्याशी सौरभ थपलियाल सरल स्वभाव और साफ सुधरी छवि के युवा हैं और लम्बे समय से पार्टी के लिए काम करते रहे हैं। उन्हें आपके आर्शीवाद और सहयोग की जरुरत है। संगठन की नजर सब पर रहती है। जिस तरह से उन्हें अचाक से प्रदेश के नेतृत्व का मौका मिला, उसी तरह से किसी को भी आगे लाकर नेतृत्व करने का अवसर मिल सकता है। शहर की तरक्की में सभी मिलकर काम करें, यही देश समाज के लिए उचित रहेगा।
सीएम ने कहा जनसंघ के समय से ही वैश्य समाज का सहयोग मिलता रहा है। समाज की बदौलत ही प्रदेश में सरकार बदलने के मिथक को तोड़ा गया है। कई बार हम जो सोचते हैं, वह नहीं हो पाता, हमें सकारात्मक नजरिया रखना चाहिए। दून से ये संदेश जाना चाहिए कि वैश्य समाज ने भाजपा प्रत्याशी को जिताने के लिए कमर कस ली है। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ भाषण देने नहीं आए हैं, अपने मन की बात कह रहे हैं।