सनातन धर्म क़ो किसी विश्लेषण की आवश्यकता नहीं : शंकराचार्य
अहमदाबाद,
जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम ने रविवार क़ो रणछोर भगवान के मंदिर की स्थापना की, स्थानीय लोगो ने इस मंदिर का निर्माण कराया है, इस धार्मिक समारोह में विभिन्न देशो से आये भक्त शामिल हुए,
इस अवसर पर शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम ने कहा की सनातन धर्म क़ो किसी विश्लेषण की आवश्यकता नहीं है, इसकी तुलना किसी मत या सम्प्रदाय से नहीं की जा सकती है, वेदो के पहले से ही सनातन धर्म रहा है, सनातन धर्म के आगे आजकल वैदिक, हिन्दू, सत्य जैसे शब्द लगा रहे है, ये गलत है, ऐसे शब्द नहीं लगाए जाने चाहिए, सनातन धर्म पर कई आघात हुए लेकिन सत्य का बालबाका कोई नहीं कर सका,
शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम ने कहा की सत्यम शिव सुंदरम यही पथ सनातन है समस्त देवता और मनुष्य इसी मार्ग से पैदा हुए है, सनातन का अर्थ है जो शाश्वत हो, सदा के लिए सत्य हो जिन बातो का शाश्वत महत्व हो वही सनातन कही गई है, सत्य मार्ग क़ो बताने वाला धर्म ही सनातन धर्म है,
उन्होंने कहा की एक निष्ठता, ध्यान, मौन और तप सहित यम नियम के अभ्यास और जागरण का मोक्ष मार्ग है, अन्य कोई मोक्ष का मार्ग नहीं है, मोक्ष से ही आत्मज्ञान और ईश्वर का ज्ञान होता है यही सनातन धर्म का सत्य है,
शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम ने कहा की सनातन धर्म के साथ किसी अन्य शब्द क़ो न जोड़े क्योंकि सनातन क़ो किसी विश्लेषण की जरूरत नहीं है,