17 वर्ष से #फरार चल रहे #मफरूर को पौड़ी पुलिस ने #बदायूँ से #धर_दबोचा,वास्तविक #पहचान_छुपाकर #बन गया था #पादरी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी द्वारा #मफरूर की #गिरफ्तारी पर 5,000 रू0 का #इनाम किया गया #था_घोषित।
कोतवाली पौड़ी में 17 वर्ष पूर्व चोरी के सम्बन्ध मु0अ0सं0-782/2007,धारा-379/411 पंजीकृत किया गया था। जिसमें दिनांक 31.12.2007 को तीन व्यक्तियों 1.राकेश, 2.देवेन्द्र, 3. कुंवरपाल को गिरफ्तार किया गया था। माननीय न्यायालय द्वारा अभियुक्तों को 06-06 माह की सजा सुनायी गयी थी क्योंकि अभियुक्त गणों द्वारा आर्थिक लाभ के लिए गैंग बनाकर कई मोटर साइकिल की चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था जिसके फलस्वरूप इनके विरूद्ध दिनांक 09.02.2008 को मु0अ0सं0-89/2008,धारा-3(1) गैंगस्टर एक्ट भी पंजीकृत किया गया था। उक्त अभियुक्त गैंगस्टर एक्ट में वर्ष 2008 में जमानत पर रिहा होने के बाद लगातार फरार चल रहा था।
श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय पौड़ी श्री लोकेश्वर सिंह द्वारा फरार चल रहे अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु अभियान चलाया जा रहा है। उक्त अभियोग के सम्बन्ध में पौड़ी पुलिस लगातार अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु प्रयासरत थी लेकिन अभियुक्त शातिर किस्म के होने व लम्बे समय से फरार चलने के कारण अभियुक्त के सम्बन्ध में कोई सटीक जानकारी प्राप्त नहीं हो पा रही थी। जिस पर महोदय द्वारा फरार मफरूर अभियुक्त कुवंरपाल की गिरफ्तारी पर 5,000/- रुपये का ईनाम घोषित किया गया था तथा फरार मफरूर अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया था।
जिसके क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार श्री चन्द्रमोहन सिंह के निर्देशन, क्षेत्राधिकारी पौड़ी श्री त्रिवेन्द्र सिंह राणा के पर्यवेक्षण व कोतवाली पौड़ी प्रभारी श्री अमरजीत रावत के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित पुलिस टीम द्वारा कुशल सुरागरसी-पतारसी,मुखबिरों की सूचना के आधार पर एवं अलग अलग प्रदेशों में दबिश देकर अथक प्रयासों से उपरोक्त अभियोग में संलिप्त वांछित मफरूर कुंवरपाल को आज दिनांक 20.02.2025 को बदांयू से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त कुंवरपाल वर्तमान समय में पहचान छुपाकर सुभाष नगर, बरेली में पादरी का कार्य कर रहा था।