चमोली जिले के सलूड़ डुंग्रा गांव में विश्व प्रसिद्ध रम्माण उत्सव का धूमधाम से हुआ आयोजन।
रम्माण उत्सव सलूड़ गांव की 500 वर्ष पुरानी संस्कृति है। रम्माण उत्सव में रामायण पाठ किया जाता है जिसमें बिना संवादों के गीतों, ढोल और ताल की लय पर मुखौठा शैली पर रामायण का मंचन किया जाता है। 02 अक्टूबर 2009 को यूनेस्को द्वारा रम्माण उत्सव को विश्व धरोहर घोषित किया गया है।