मुख्य सेवक सदन में ‘संविधान हत्या दिवस’ पर आयोजित लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान कार्यक्रम में सेनानियों व उनके परिवारजनों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। इस अवसर पर आपातकाल में मीसा एवं डीआईआर बंदियों के साथ संवाद भी किया। इस अवसर पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल श्री Bhagat Singh Koshyari का सान्निध्य भी प्राप्त हुआ।
लोकतंत्र सेनानियों की समस्याओं के निस्तारण के लिए शासन स्तर पर नोडल अधिकारी नामित किए जाएंगे साथ ही उनके कल्याण व हित में मानसून सत्र में अधिनियम लाने की भी तैयारी किए जाने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए। लोकतंत्र सेनानी सम्मान निधि की प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा और इसमें वृद्धि भी की जाएगी साथ ही सेनानियों को तत्काल प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराए जाएँगे।
आपातकाल के अंधकारमय कालखंड में भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा हेतु अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित करना अत्यंत गौरव का अवसर है। यह लोकतंत्र प्रहरियों के तप, त्याग और अटूट संकल्प का ही परिणाम है, जिसके कारण भारत के प्रत्येक नागरिक के मन में लोकतंत्र के प्रति एकनिष्ठ आस्था विद्यमान है।