अपहरण🥷🏻, हत्या 🔪और फिरौती💵…..
घटना जिसने हंसते खेलते परिवार की ख़ुशियाँ छीन ली।
🎬 होटल 🏨 संचालक नसीर के दामाद के फ़ोन 📞 पर एक घंटी बजी, स्क्रीन पर नंबर तो नसीर के बेटे अनवर का था पर फ़ोन के पीछे की आवाज सुनकर अचानक घरवालों के हलक का पानी सूख गया।
📱फ़ोन के पीछे 🎭 की वो आवाज थी
तुम्हारा बेटा हमारे क़ब्ज़े में है। जल्द ₹25 लाख की व्यवस्था करो नहीं तो समझों बेटा गया हाथ से। और हाँ पुलिस को इक्तिला किया तो अंजाम और बुरा समझो।
बेटे के अपहरण की ख़बर लगते ही पिता ने थाना कलियर पहुंच शिकायत दर्ज कराई! खबर मिलते ही एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने तत्काल टीमें गठित कर घटना के खुलासे के निर्देश दिए।
अब शुरू हुई हरिद्वार पुलिस 👮 की छानबीन 🔍
एक के बाद एक पुलिस की गाड़ियाँ दौड़ने लगी, कुछ टीमें डिजिटल एविडेंस खंगाल रही थी तो कुछ मैनुअल पुलिसिंग से गुत्थी सुलझाने का प्रयास करने लगी। इसी बीच पुलिस की जाँच में शक की सुई अपहृता के पिता के यहां बतौर किराएदार टेलर का काम कर रहे अमजद और उसका घनिष्ठ मित्र फरमान पर आकर रुकी।
अमजद जो कई बरस से टेलर का काम कर रहा था और अपने फ्री टाइम में “क्राइम पेट्रोल” देखने का शौक रखता था। यूट्यूब पर क्राइम पेट्रोल देखते देखते न जाने कब उसने अपने मन में इतना बड़ा क्राइम सीन 🎬 तैयार कर लिया।
रुपयों के लालच में “जिस थाली में खाया उसी में छेद” का जीता जागता उदाहरण बन अमजद ने अपहरण करने, फिरौती मांगने और पुलिस की निगाहों से बचने के तौर-तरीकों की कई वीडियो देख कर प्लान बनाया।
योजना के मुताबिक अमजद ने मृतक अनवर को अपनी दुकान में बुलाया और अपने साथी फरमान की मदद से गला दबाकर अनवर की हत्या कर दी।
बॉडी को प्लास्टिक के कट्टे में डाल उस कट्टे को बाइक की टंकी पर रख फ़रमान लाश़ को ठिकाने लगाने के लिए निकला लेकिन कुछ दूर जाकर ही बाइक का टायर पंक्चर हो गया। फ़ोन कॉल पर टायर पंचर की खबर मिलने पर अमजद बिना देरी के किराए का ई रिक्शा ख़ुद चलाकर मौके पर पहुंचा। इसके बाद दोनों ने डेडबॉडी को ई-रिक्शा में रखा और सुमन नगर के पास पहुंचकर लाश़ को नहर में डाल दिया।
अब शुरू हुआ फिरौती का खेल::
बॉडी को ठिकाने लगाने के बाद दोनों आरोपी कलियर मेला घूमने निकल गए और मेला घूमने के बाद मृतक के मोबाइल से उसके जीजा को फ़ोन कर ₹25 लाख की फिरौती की माँग की और मोबाइल ऑफ कर दिया।
अगले दिन आरोपी ने मृतक के जीजा को कॉल कर फिल्मी स्टाइल में फिरौती की रकम लेकर आने को पहले पतंजलि फ्लाइओवर पर बुलाया और ख़ुद रैकी करने पतंजलि फ्लाइओवर के पास पहुँच गया। मृतक के जीजा को न आता देख कुछ देर बाद मृतक के जीजा के मोबाइल पर मेसेज कर भगवानपुर फ्लाइओवर के पास मिलने बुलाया लेकिन आरोपी खुद नहीं गया और मोबाइल ऑफ कर अपने घर चला गया।
फिलहाल अपहरण हत्या और फिरौती के दोनों आरोपी दोस्त पुलिस की हिरासत में हैं और जेल जाने को तैयार हैं। सिलाई अब जेल में होगी…