ऋषिकेश
आरएसएस के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत आज ऋषिकेश पहुंचे। यहां उन्होंने माधव सेवा विश्राम सदन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि धर्म समाज को जोड़ने का काम करता है। हम सब लड़ते-झगड़ते हों, हम आपस में कितना भी एक दूसरे को बुरा भला कह दें। लेकिन जब भारत की सीमा पर आक्रमण होता है तो हम सब एक हो जाते हैं। यह संकेत हमारे अंदर से आता है। कहा कि संवाद के अभाव में हमारे बीच दूरियां पैदा हुई हैं। लोक संग्रह के माध्यम से इसे दूर किया जा सकता है। राष्ट्र के संकट के समय हम सब एक हो जाते हैं। कहा, विश्व में भारत की ताकत व प्रतिष्ठा बढ़ी है। भारत की बात को गंभीरता से सुना जाता है। आज दुश्मन देशों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है। भागवत ने कहा कि हम सब में कई समानताएं हैं। हमें इन्हें पहचानना होगा। कहा कि मनुष्य के भीतर धीरे-धीरे प्रस्तुत होने वाली दिव्यता की व्यावहारिक अनुभूति और अभिव्यक्ति ही सेवा है। मनुष्य और पशुओं में यही एक बात फर्क करती है